5वीं सदी में स्थापित चीन का शाओलिन टेंपल न सिर्फ बौद्ध आस्था का केंद्र रहा है. बल्कि यहां पर मार्शल आर्ट का विकास भी साथ साथ हुआ. शाओलिन टेंपल के भिक्षु मार्शल आर्ट के दक्ष खिलाड़ी होते थे. सिर्फ शारीरिक बल और ध्यान से ऊर्जा को केंद्रित कर किया गया उनका प्रहार आमने-सामने की लड़ाई में बड़ों बड़ों को चित कर देता था. ये मठ अब जांच के दायरे में है.
बौद्ध आस्था का प्रमुख केंद्र चीन स्थित शाओलिन टेंपल के प्रमुख मठाधीश शी योंगजीन (Shi Yongxin) विवादों में फंस गए हैं. शाओलिन टेंपल से जारी बयान के अनुसार शी योंगजीन के खिलाफ ‘भ्रष्टाचार’, और ‘कई महिलाओं के साथ अनैतिक संबंध रखने’,और ‘बच्चे पैदा करने’ के आरोपों की जांच की जा रही है.
चीन के सरकारी अखबार चाइना डेली ने मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिस के हवाले से बताया कि हेनान प्रांत में शाओलिन टेंपल के मठाधीश शी योंगजीन पर आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का संदेह है.रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मठाधीश ने लंबे समय तक कई महिलाओं के साथ अनुचित संबंध बनाए रखकर और बच्चों को जन्म देकर बौद्ध आस्था के सिद्धांतों का गंभीर उल्लंघन किया है.